सोमवार, 30 नवंबर 2015

आमिर खान और उनकी विचारधारा के अन्य खान इस देश में असहनशीलता का अंधेरा फैला रहे हैं। पंजे से हाथ मिला रहे हैं।


खुद ही फैसला करें देश के लिए कौन कीमती है, रौशनी का ब्रांड एमबेसेडर बेगम नूरजहाँ ,या अँधेरे के सरगना शातिर आमिरखान और उनके हमख्याल अन्यखान।

नूरजहाँ से एंडोर्स करवाएं कंपनियां अपने ब्रांड।
अ -सहिष्णुता का अँधेरा बड़ा है या नूरजहाँ की लालटेन अँधेरे का धर्म है 

अज्ञान ,अँधेरे का अर्थ है -भांडगीरि, इटली से नफरत लाई एक बे -नूर 

मल्लिका की। कानपुर देहात ,के एक छोटे से गाँव बैरी दरियांव की एक और 

औरत है नूरजहाँ। जिसके घर में लकड़ी से जलता है चूल्हा। कुकिंग गैस नहीं है 

इसके पास। और न ही इस गाँव बिजली है।

यहीं से वह एक सोलर प्लांट (सौर संयंत्र ) भी चलाती है।पचास घरों को इसने 

रोशन किया है। इनके यहां से महज़ सौ रुपया रेंटल (किराए )पर मिल जाती 

है एक सौर लालटेन।


आमिर खान और उनकी विचारधारा के अन्य खान इस देश में असहनशीलता 

का अंधेरा फैला रहे हैं। पंजे से हाथ मिला रहे हैं। इस सब से अलग एक और 

मुस्लिम मोहतरमा है भारत की अज़ीमतर बेगम नूरजहाँ। खुद ही फैसला करें 

देश के लिए कौन कीमती है, रौशनी का ब्रांड एमबेसेडर बेगम नूरजहाँ ,या 

अँधेरे के सरगना शातिर आमिरखान और उनके हमख्याल अन्यखान।


नूरजहाँ से एंडोर्स करवाएं कंपनियां अपने ब्रांड। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें