मंगलवार, 10 नवंबर 2015

जिस भारत माँ को आज़म खान गाली देता है उसके सबसे बड़े पर्व पर जो रावण पर राम की विजय का पर्व है -शुभकामना देते हुए वह एक तरह से यह कटुता फैला रहा है कि दीपावली मनाने वाले लोग असहिष्णु हैं ये तो ठीक वैसे है जैसे अजगर अपनी सांस में किसी हिरणी को दबा ले और उसे शाकाहार पर उपदेश दे। अपनी कुंडली में हिरणी को फसाकर जैसे अजगर शाकाहार का सन्देश दे रहा है। दीपावली तो दूसरे के अंदर के अँधेरे को दूर करने वाला पर्व है पर आज़म खान के अंदर का अंधेरा इतना बढ़ गया है ,लाखों दीपक भी उनके मन की हिन्दुओं के प्रति कटुता को कम नहीं कर सकते।

अहिंसा पर हत्यारे का उपदेश

जिस भारत माँ को आज़म खान  गाली देता है उसके सबसे बड़े पर्व पर  जो रावण पर राम की विजय का पर्व है -शुभकामना देते हुए वह एक तरह से यह कटुता फैला रहा है कि दीपावली मनाने वाले लोग असहिष्णु हैं ये तो ठीक वैसे है जैसे अजगर अपनी सांस में किसी हिरणी को दबा ले  और उसे शाकाहार पर उपदेश दे। अपनी कुंडली में हिरणी को फसाकर जैसे  अजगर शाकाहार का सन्देश दे रहा है। दीपावली तो दूसरे  के अंदर के अँधेरे को दूर करने वाला पर्व है पर आज़म खान  के अंदर का अंधेरा इतना बढ़ गया है ,लाखों दीपक भी उनके मन की हिन्दुओं के प्रति कटुता को कम नहीं कर सकते।

अब दिवाली मनाओ बिहार की हार की ,थोड़ा सा स-हिश्णु हो जाओ तो हार समझ में आ जाए। इतना सूक्ष्म सन्देश नहीं है आज़म  का जो भारत भाव का भारत समझ न पाये।

कमसे कम पाक ने साफगोई से काम लिया है लेकिन आज़म  खान तो जिन्ना  के बाप साबित हो रहे हैं। उनका ऐसी धूर्त भावनाओं के साथ दीपावली की शुभकामनाएं देना क्या भारतधर्मी  लोग समझते नहीं है।

जीत -हार तो ऐसा फल है ऐसा जो खेल है जो  वोटर के हाथ में होता है यह खेल क्या वह आज़म खान से पूछ कर खेलेगा। उसकी कुटिलता हिन्दुओं के प्रति सबको समझ आ रही है। जो भारत माँ को डायन कह सकता है वह इसके अलावा और दे क्या सकता है।

आज़म खान भाषा का एक लाक्षागृह बना रहा है और सबको ताना भी दे रहा है कि देखो मैं मैं तो शुभ कामनाए दे रहा हूँ। तुम्ही अ -सहिष्णु हो।

आज़म खान -हमारे लिए तो बिहार अब शुरू हुआ है तुम्हारे लिए जीत के साथ समाप्त हो गया होगा।

 भारत भाव का भारत क्यों अपमानित हुआ -
हम बूझेंगे और जूझेंगे ,
खुद अपने से पूछेंगे।

अब शिवाजी की छापामार नीति लागू करनी पड़ेगी तभी अफ़ज़ल खान मारा जाएगा। ये दीपावली की शुभकामना देकर भारतवासियों की पीठ में छुरा मार  रहा है। भारतवासी अगर शिवाजी की नीति अपनाएं तो आज़म खान को छल करने पीछे से छुरा भौंकने का मौक़ा नहीं मिलेगा कि आओ गले लग जाओ।

जैश्रीकृष्णा।

एक प्रतिक्रिया नीचे दी गई पोस्ट पर :

Oshowin Kumar आज से पहले तो ऐसा कभी न हुआ .
आज हमारे शहर में दीपावली की शुभ - दुआएं -- के बड़े बड़े बेनर माननीय मोहम्मद आजम खान -- जी द्वारा जारी किये गए --- सहिष्णु होने की अपील के साथ -- कमाल की बात है बेनर का रंग योजना काले सफ़ेद में है. वैसा असली कमाल तो ये है कि खान साहब को पुत्तर प्रदेश में मंत्री बने तो ४ साल हो चुके . ये अब दीपावली पर अनायास शुभ दुआएँ क्यों ??????????????

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