कांग्रेस मुखपत्र :'कांग्रेस दर्शन ' -नेहरू -सोनिया मानमर्दन
सुख दुःख समेकृत्वा ,लाभालाभौ जय अजयो।
गीता के एक श्लोक का यही भाव है सुख दुःख लाभ हानि में समत्व (सम भाव)
एक उक्ति है 'सबसे भले वह मूढ़ जिन्हें न व्यापे जगत गति '
गीता के उल्लेखित श्लोक और इस उक्ति के बीच कहाँ रुकी हुईं हैं सोनिया ?वही जाने। ऐसा भी हो सकता है ये अध्यात्म में इतना पहुंची हुई हैं कि अब इन्हें जगत गति व्याप्ति ही नहीं है।
वर्ष पर वर्ष बीत रहे हैं -समय को अंगूंठा दिखाने वाली यह महीयसी अनुभव में वहीँ की वहीँ हैं जहां तब थी जब यह इस देश में ब्याह के आई थी।
इस देश की भाषा और व्यवहार से इन्हें कोई मतलब नहीं रहा है।
सोनिया से बेहतर तो वह पत्थर की मूर्ती है जो हर चीज़ को सहती हुई गर्मी सर्दी से कुछ नहीं कहती। इतिहास की दृष्टि से यह मल्लिका कुछ भी मानने को तैयार नहीं है।
मुख पत्र 'कांग्रेस दर्शन' ने इनके अनुभव हीन होने का मुद्दा उछाला है इनके कांग्रेस अध्यक्ष का पद पहली मर्तबा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण के ६२ दिन बाद हथिया लेने पर -ये तो आज भी वहीँ की वहीँ हैं।
इन्हें और इनके शहजादे को तीन बातें आतीं हैं जिन्हें ये बारहा दोहरा देते हैं :
( १)ये नेहरू -गांधी परिवार को बदनाम करने की कोशिश है।
( २) मैं किसी से नहीं डरती।
(३)मैं एक इंच भी नहीं हटूंगा।
राजनीति में रहते हुए मूढ़ बने रहना बड़ी साधना की बात है।
इन्हें तो राजनीति का नोबेल प्राइज़ दिया जाना चाहिए।
At a conference on the partition of India in June 1947, are (from left) President of the Indian National Congress Acharya J B Kripalani, Sardar Vallabhbhai Patel, Advisor to the Viceroy Sir Eric Melville, Pandit Jawaharlal Nehru and Lord Mountbatten. Pic/Getty Images - See more at: http://www.mid-day.com/articles/sardar-vallabhbhai-patel-hailed-pandit-jawharlal-nehru-slammed-in-congress-mouthpieces-article/16810182#sthash.QEcFqSxL.dpuf
सुख दुःख समेकृत्वा ,लाभालाभौ जय अजयो।
गीता के एक श्लोक का यही भाव है सुख दुःख लाभ हानि में समत्व (सम भाव)
एक उक्ति है 'सबसे भले वह मूढ़ जिन्हें न व्यापे जगत गति '
गीता के उल्लेखित श्लोक और इस उक्ति के बीच कहाँ रुकी हुईं हैं सोनिया ?वही जाने। ऐसा भी हो सकता है ये अध्यात्म में इतना पहुंची हुई हैं कि अब इन्हें जगत गति व्याप्ति ही नहीं है।
वर्ष पर वर्ष बीत रहे हैं -समय को अंगूंठा दिखाने वाली यह महीयसी अनुभव में वहीँ की वहीँ हैं जहां तब थी जब यह इस देश में ब्याह के आई थी।
इस देश की भाषा और व्यवहार से इन्हें कोई मतलब नहीं रहा है।
सोनिया से बेहतर तो वह पत्थर की मूर्ती है जो हर चीज़ को सहती हुई गर्मी सर्दी से कुछ नहीं कहती। इतिहास की दृष्टि से यह मल्लिका कुछ भी मानने को तैयार नहीं है।
मुख पत्र 'कांग्रेस दर्शन' ने इनके अनुभव हीन होने का मुद्दा उछाला है इनके कांग्रेस अध्यक्ष का पद पहली मर्तबा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण के ६२ दिन बाद हथिया लेने पर -ये तो आज भी वहीँ की वहीँ हैं।
इन्हें और इनके शहजादे को तीन बातें आतीं हैं जिन्हें ये बारहा दोहरा देते हैं :
( १)ये नेहरू -गांधी परिवार को बदनाम करने की कोशिश है।
( २) मैं किसी से नहीं डरती।
(३)मैं एक इंच भी नहीं हटूंगा।
राजनीति में रहते हुए मूढ़ बने रहना बड़ी साधना की बात है।
इन्हें तो राजनीति का नोबेल प्राइज़ दिया जाना चाहिए।
Congress humiliated as mouthpiece thrashes Nehru, Sonia Gandhi
As the Congress celebrates its 131st Foundation Day on Monday, an article published by the party’s Mumbai unit has caused a stir as it blames Jawaharlal Nehru for the state of affairs in Kashmir, China and Tibet.
The article states that Nehru should have listened to freedom fighter and former home minister, Sardar Vallabhbhai Patel’s views on international affairs.
The article, which does not bear the name of the writer, has been published in this month’s issue of ‘Congress Darshan’ Hindi edition as a tribute piece to mark Patel’s death anniversary on December 15.
“Despite Patel getting the post of deputy prime minister and home minister, the relations between the two leaders remained strained, and both had threatened to resign time and again,” the article says. If Nehru had embraced Patel’s foresight, many problems in international affairs would not have arisen, it adds.
The article cites a letter that Patel reportedly wrote in 1950 to caution Nehru against China’s policy towards Tibet and where “Patel described China as unfaithful, and a future enemy of India.”
“Had Patel been heard (by Nehru) then, the problems of Kashmir, China, Tibet and Nepal wouldn’t have existed now. Patel opposed Nehru’s move of taking the Kashmir issue to the UNO,” stated the article, adding, “Nehru did not agree with Patel’s views on Nepal.”
Another article in the magazine criticises party chief Sonia Gandhi. While describing Sonia Gandhi's life, the article says that her father was a member of the fascist forces in Italy.
Jawaharlal Nehru botched Kashmir issue: Congress mouthpiece blooper -
On its 131st Foundation Day, Mumbai Congress in a stew over article that suggests India’s first PM should have taken Sardar Patel’s suggestions on Kashmir, China and Tibet seriously; mouthpiece editor Sanjay Nirupam stumped at anonymous article getting the nod .
The Congress has put its foot in its mouth, and the timing could not have been worse. Just ahead of the party's 131st Foundation Day celebrations today, the Congress' Mumbai wing has shocked party loyalists with an exhaustive write-up in its mouthpiece blaming the party icon and India's first prime minister, Jawaharlal Nehru, for the state of affairs in Kashmir, China and Tibet. The article blatantly states that Nehru should have listened to freedom fighter and former home minister, Sardar Vallabhbhai Patel's views on international affairs.
In the past, the party has rarely commented on the historic tussle between the two, but the December issue of 'Congress Darshan' (Hindi edition) does just that, in a tribute piece to mark Patel's death anniversary on December 15.
- See more at: http://www.mid-day.com/articles/sardar-vallabhbhai-patel-hailed-pandit-jawharlal-nehru-slammed-in-congress-mouthpieces-article/16810182#sthash.QEcFqSxL.dpuf
At a conference on the partition of India in June 1947, are (from left) President of the Indian National Congress Acharya J B Kripalani, Sardar Vallabhbhai Patel, Advisor to the Viceroy Sir Eric Melville, Pandit Jawaharlal Nehru and Lord Mountbatten. Pic/Getty Images - See more at: http://www.mid-day.com/articles/sardar-vallabhbhai-patel-hailed-pandit-jawharlal-nehru-slammed-in-congress-mouthpieces-article/16810182#sthash.QEcFqSxL.dpuf
आपने जो इनफोरमेशन दी है वह पढ़कर अच्छा लगा। मैं भी न्यूज लिखता हूं पढ़ने के लिए यहां पर जाये - आज का न्यूज
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