क्या हैं निहितार्थ डोनाल्ड ट्रम्प के दिन भर में एक दर्जन डाइट कोक हलक के नीचे नित्य उतार लेने के ?आखिर यह एक पानी और अल्कोहल के अल्पांश से तैयार एक दवा ही है जो हमारी जीवन शैली में जगह बना चुकी है। ऊपर से तुर्रा ये के इसे डाइट कोक कहा जाता है। जैसे कोई सेहत के लिए यह अमृत की धार हो अमरत्व )की और ले जाने वाला एलिक्सिर हो रसधार हो सुधारस हो ।
आइये देखें क्या कहते हैं रिसर्चर इस बाबत :
माहिरों के अनुसार यह आपकी मीठी चीज़ों ,मिठाई की भूख बढ़ा सकती है ललक और बे -चैनी भी।
और इसकी वजह इसमें मौजूद कृत्रिम मिठास एसपारटेम ही बनती है। इसे लेने के आधा घंटे के बाद ही आपका शरीर तंत्र ऐसे प्रतिक्रिया करने लगता है जैसे इतनी ही सांद्रता या कंसंट्रेशन ग्लूकोस और इन्सुलिन की मांग रहा हो। अब चाहे आपने रेगुलर सोडा लिया हो या डाइट सोडा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। (यहां सोडा का अर्थ उस चीज़ से नहीं है जिसका इस्तेमाल भारत में अक्सर अल्कोहल के साथ किया जाता है। यह खारा सोडा नहीं है मीठा एरेटेड (सोडा )स्वीटेंड वाटर है।
डाइट कोक में मौजूद एसपारटेम हमारे शरीर तंत्र को मुंह चिढ़ाता है। आहिस्ता आहिस्ता एक दिन आपका शरीर भांप जाता है यह मिठास का स्वाद एक बवाल है कोई अच्छा बॉडी सिग्नल नहीं है.असली समस्या तब पैदा होती है जब आप इस कृत्रिम मिठास के अलावा असली शुगर इस्तेमाल करते हैं। जानते हैं तब क्या होता है डाइट कोक अधिक लेने वालों के साथ आपका ब्लड शुगर सामान्य से कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है शक्कर के इस्तेमाल के बाद जो आमतौर पर इतना नहीं बढ़ता है डाइट कोक न लेने वालों में ,इतनी ही शक्कर के सेवन के बाद। ऐसे में आप जितनी ज़रुरत रहती है उससे ज्यादा खा पी जाते हैं। आगे चलकर इसके बुरे प्रभाव सामने आते हैं।
और इसी के साथ जीवन शैली रोग सेकेंडरी डायबिटीज ,हाइपरटेंशन ,स्ट्रोक ,डेमेंटिया (डेमेंशिया )के खतरे का वजन आपके लिए बढ़ जाता है। डाइट कोक के अभ्यस्त लोगों के लिए यह खतरा अन्यों की वनिस्पत बढ़ता है। अन्य जो इस लत से परे हैं।
केवल एक कैन का सेवन नित्य करने वालों के लिए ही ऐसा खतरा खून के थक्के से पैदा होने वाले स्ट्रोक की चपेट में आने का तीन गुना ज्यादा हो जाता है। इतना ही खतरे का वजन डेमेंटिया के लिए भी हो जाता है। (स्रोत: एक अध्ययन बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिसिन ).
दीर्घावधि में आपकी वैस्ट लाइन (कमर का नाप )भी बढ़ जाती है -यदि आप पैंसठ साला या इससे ऊपर आयु के हैं।पेट में ज्यादा चर्बी से पैदा मोटापा एब्डोमिनल ओबेसिटी का खतरा भी बढ़ता है और इसी के साथ दिल की बीमारी का भी।
मुक्तावली की आब जाती रहती है,दन्तावली का एनामल उतर ने लगता है।आपकी मुस्कान में वो बात नहीं रह जाती है अब। तेज़ाब रहते हैं डाइट सोडा में जो दन्तावली का अपरदन (erosion )करते हैं।
एक और अध्ययन के अनुसार जो महिलायें प्रति सप्ताह २० औंस से ज्यादा (दो कैन से कम )सोडा इस्तेमाल कर लेती हैं उनके लिए जीवन शैली रोग टाइप्ट टू डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। (स्रोत :अमरीकन जर्नल आफ क्लीनिकल नुट्रिशन ).
सोडा और अन्य स्रोतों से कुलमिलाकर निर्धारित सुरक्षित समझी जाने वाली मात्रा से ज्यादा कैफीन लेने वालों के लिए अनिद्रा रोग ,नर्वसनेस ,चिड़चिड़ाहट और एब्नॉर्मल हार्ट रेट के खतरे का वजन भी बढ़ सकता है।
ट्रम्प साहब को भी माहिरों की यही सलाह है वह डाइट कोक कम करे ,सादा पानी भी पीयें ,फलों के टुकड़े डाल ले पानी में।स्मूथी किस दिन काम आएगी।
मूल आलेख अंग्रेजी में भी दिया जा रहा है :
Additionally, a study published in the American Journal of Clinical Nutrition found an increased risk of type 2 diabetes among women who drank more than 20 ounces -- less than two cans -- of artificially sweetened beverages each week.
President Donald Trump downs a dozen Diet Cokes each day, The New York Times reported this weekend. His love of the bubbly beverage is shared by many Americans and at least one of his predecessors. President Bill Clinton was frequently photographed with a can in his hand and reportedly placed a Diet Coke -- along with a now-outdated cell phone and other items -- in a time capsule at his official presidential library.
So, what happens to those who drink a dozen cans daily of the caramel-colored elixir, which contains a blend of the sweetener aspartame and artificial and natural flavors, among other ingredients?
veeruji05.blogspot.com
veerusa.blogspot.com
veerujan.blogspot.com
veerujibraj.blogspot.com
veerubulandshahari.blogspot.com
आइये देखें क्या कहते हैं रिसर्चर इस बाबत :
माहिरों के अनुसार यह आपकी मीठी चीज़ों ,मिठाई की भूख बढ़ा सकती है ललक और बे -चैनी भी।
और इसकी वजह इसमें मौजूद कृत्रिम मिठास एसपारटेम ही बनती है। इसे लेने के आधा घंटे के बाद ही आपका शरीर तंत्र ऐसे प्रतिक्रिया करने लगता है जैसे इतनी ही सांद्रता या कंसंट्रेशन ग्लूकोस और इन्सुलिन की मांग रहा हो। अब चाहे आपने रेगुलर सोडा लिया हो या डाइट सोडा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। (यहां सोडा का अर्थ उस चीज़ से नहीं है जिसका इस्तेमाल भारत में अक्सर अल्कोहल के साथ किया जाता है। यह खारा सोडा नहीं है मीठा एरेटेड (सोडा )स्वीटेंड वाटर है।
डाइट कोक में मौजूद एसपारटेम हमारे शरीर तंत्र को मुंह चिढ़ाता है। आहिस्ता आहिस्ता एक दिन आपका शरीर भांप जाता है यह मिठास का स्वाद एक बवाल है कोई अच्छा बॉडी सिग्नल नहीं है.असली समस्या तब पैदा होती है जब आप इस कृत्रिम मिठास के अलावा असली शुगर इस्तेमाल करते हैं। जानते हैं तब क्या होता है डाइट कोक अधिक लेने वालों के साथ आपका ब्लड शुगर सामान्य से कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है शक्कर के इस्तेमाल के बाद जो आमतौर पर इतना नहीं बढ़ता है डाइट कोक न लेने वालों में ,इतनी ही शक्कर के सेवन के बाद। ऐसे में आप जितनी ज़रुरत रहती है उससे ज्यादा खा पी जाते हैं। आगे चलकर इसके बुरे प्रभाव सामने आते हैं।
और इसी के साथ जीवन शैली रोग सेकेंडरी डायबिटीज ,हाइपरटेंशन ,स्ट्रोक ,डेमेंटिया (डेमेंशिया )के खतरे का वजन आपके लिए बढ़ जाता है। डाइट कोक के अभ्यस्त लोगों के लिए यह खतरा अन्यों की वनिस्पत बढ़ता है। अन्य जो इस लत से परे हैं।
केवल एक कैन का सेवन नित्य करने वालों के लिए ही ऐसा खतरा खून के थक्के से पैदा होने वाले स्ट्रोक की चपेट में आने का तीन गुना ज्यादा हो जाता है। इतना ही खतरे का वजन डेमेंटिया के लिए भी हो जाता है। (स्रोत: एक अध्ययन बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिसिन ).
दीर्घावधि में आपकी वैस्ट लाइन (कमर का नाप )भी बढ़ जाती है -यदि आप पैंसठ साला या इससे ऊपर आयु के हैं।पेट में ज्यादा चर्बी से पैदा मोटापा एब्डोमिनल ओबेसिटी का खतरा भी बढ़ता है और इसी के साथ दिल की बीमारी का भी।
मुक्तावली की आब जाती रहती है,दन्तावली का एनामल उतर ने लगता है।आपकी मुस्कान में वो बात नहीं रह जाती है अब। तेज़ाब रहते हैं डाइट सोडा में जो दन्तावली का अपरदन (erosion )करते हैं।
एक और अध्ययन के अनुसार जो महिलायें प्रति सप्ताह २० औंस से ज्यादा (दो कैन से कम )सोडा इस्तेमाल कर लेती हैं उनके लिए जीवन शैली रोग टाइप्ट टू डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। (स्रोत :अमरीकन जर्नल आफ क्लीनिकल नुट्रिशन ).
सोडा और अन्य स्रोतों से कुलमिलाकर निर्धारित सुरक्षित समझी जाने वाली मात्रा से ज्यादा कैफीन लेने वालों के लिए अनिद्रा रोग ,नर्वसनेस ,चिड़चिड़ाहट और एब्नॉर्मल हार्ट रेट के खतरे का वजन भी बढ़ सकता है।
ट्रम्प साहब को भी माहिरों की यही सलाह है वह डाइट कोक कम करे ,सादा पानी भी पीयें ,फलों के टुकड़े डाल ले पानी में।स्मूथी किस दिन काम आएगी।
मूल आलेख अंग्रेजी में भी दिया जा रहा है :
Additionally, a study published in the American Journal of Clinical Nutrition found an increased risk of type 2 diabetes among women who drank more than 20 ounces -- less than two cans -- of artificially sweetened beverages each week.
President Donald Trump downs a dozen Diet Cokes each day, The New York Times reported this weekend. His love of the bubbly beverage is shared by many Americans and at least one of his predecessors. President Bill Clinton was frequently photographed with a can in his hand and reportedly placed a Diet Coke -- along with a now-outdated cell phone and other items -- in a time capsule at his official presidential library.
So, what happens to those who drink a dozen cans daily of the caramel-colored elixir, which contains a blend of the sweetener aspartame and artificial and natural flavors, among other ingredients?
Some research suggests that artificially sweetened drinks can increase one's appetite and the desire for sweets. This effect was linked to aspartame, the most frequently used sweetener in diet beverages, which generates a similar response in the body as sugar. Just 30 minutes after drinking either a diet soda containing aspartame or the same amount of regular soda (with sucrose), the body reacts with similar concentrations of glucose and insulin.
From a scientific perspective, this finding is suggestive but "not very strong," said Susan Swithers, a professor of psychological sciences at the Purdue University College of Health and Human Sciences.
She sees aspartame's effects as "teasing" the body.
"You get this very sweet taste; your body says 'I'm about to get sugar; I'm about to get energy,' but those never arrive," Swithers said, based on her research of diet soda consumption in animals. The result is, your body learns sweet taste is no longer a good signal, so instead of producing normal responses immediately, it delays. This becomes problematic when you eat actual sugar, because your blood sugar rises a little higher than it normally would, and as a result, you may eat more than usual, she explained.
"It's kind of a small thing that happens," she said, but over time, the cumulative effects might be strong, particularly in humans.
Looking at long-term studies in humans, Swithers noted, the results indicate that people who report drinking artificially sweetened beverages end up at higher risk than non-diet soda drinkers for lots of negative outcomes, including type 2 diabetes, hypertension and stroke, as well as dementia.
A Boston University School of Medicine study from this year found that people who reported drinking at least one can of an artificially sweetened soft drink each day were almost three times as likely to have a stroke caused by a blood clot, compared with those who avoided these diet beverages.
One-a-day diet soda drinkers were nearly three times as likely as those who never drink diet soda to be diagnosed with dementia, as well, the researchers found.
Another recent study looked at the relationship between drinking diet soda and long-term waist circumference change among people 65 and older. The University of Texas Health Science Center researchers found that drinking diet soda was associated with escalating abdominal obesity, which in turn leads to an increased risk of heart disease.
Smiles may also become less attractive for those who drink too much diet soda. One study found that both the regular and diet versions of cola beverages caused the same amount of tooth enamel dissolution, which leads to enamel erosion. "Diet sodas contain acids, which could contribute to tooth erosion," said Lisa Drayer, a nutritionist and contributor to CNN.
Additionally, a study published in the American Journal of Clinical Nutrition found an increased risk of type 2 diabetes among women who drank more than 20 ounces -- less than two cans -- of artificially sweetened beverages each week.
Meanwhile, 12 cans of Diet Cola a day is two cans above what the Mayo Clinic describes as a "safe amount" of daily caffeine for adults. Too much caffeinecan lead to insomnia, nervousness, irritability and even an abnormal heart rhythm.
"I still think it's a better choice than sugary sodas," Drayer said. "If he drank regular soda, he would be adding an additional 1,680 calories and a whopping 468 grams of sugar just from this beverage alone!"
One 12-ounce can of regular Coke has 140 calories and 39 grams of sugar. In comparison, Diet Coke, which was unveiled by the Coca-Cola Company in 1982, has zero calories and zero grams of sugar.
"If he can't cut out his soft drinks entirely, I would recommend that he replace at least half of his diet sodas with water," Drayer suggested. "And if plain water seems boring, he can always add fruit slices to water or opt for seltzer."
(2 )http://www.cnn.com/2017/12/11/health/diet-coke-trump-health-
effects/index.html
(3 )
veeruji05.blogspot.com
veerusa.blogspot.com
veerujan.blogspot.com
veerujibraj.blogspot.com
veerubulandshahari.blogspot.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें