बुधवार, 16 मार्च 2016

जब आतंकी होने के शक में औस्ट्रेलिया में एक मुसलमान डॉक्टर को धर लिया गया -मनमोहन तमाम रात करवट बदलते रहे। मनमोहन तो भारत की सम्पत्ति पर पहला हक़ मुसलमानों का बतलाते थे। बात साफ़ है : देश दो टूक दो परस्पर विरोधी धारों में बदलता दिख रहा है। राष्ट्रवादी भारतधर्मी समाज और भारतविरोधी विघटनकारी भीड़

'भारत माता की जय ' उद्घोष पर दस आनन वाली कांग्रेस के अलग अलग मुख अलग अलग भाषा बोल रहे हैं। दुर्मुख दिग्विजय सिंह भारत माँ की  जय बोलने से परहेज़ करने वाले ओवेसी और आरएसएस को एक ही सिक्के के दो पहलू  बतला रहे हैं। 

कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट के नामचीन वकीलों की पार्टी है यहां सिब्बल ,सिंघवी ,तिवारी तिकड़ी के अलावा और भी कई उकील हैं जो एक कुनबे की वकालत करते हैं। इनमें से कई एक कभीकभार बोलकर चुप हो जाते हैं। 
 पूर्व क़ानून और विदेश मंत्री भी पेशे से उकील रहे हैं। पाकिस्तान सोच के तमाम शकील अहमद यहां मौजूद हैं। 
मनीष तिवारी को 'भारत माता की जय ' मुद्दे पर ये ही नहीं पता वह कहना क्या चाहते हैं। अंतोनियो मायनो चुप रहती हैं अपने इन चाकरों को आगे कर देती हैं। 

कांग्रेस बतलाये जिसके चाकर अफजल जैसे आतंकियों को गुरूजी अफजल सम्बोधन से नवाज़ते हैं। दुर्मुख दिग्पराजय सिंह ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते हैं।उसका इन आतंकियों से रिश्ता क्या है ? 

जबकि 'जी' सम्बोधन भारतीय संस्कृति में माँ बाप के अलावा , गुरुजनों के लिए,अपनों से बड़ों के लिए  ,प्रयोग में लाया जाता है। कभी कभार 'जी 'सम्बोधन का इस्तेमाल कर्ज न चुकाने पर लेनदार के लिए भी डर की वजह से किया जाता  है।

क्या कांग्रेस ने इन आतंकियों से उधार लिया हुआ है ?

यदि नहीं तो - 

कांग्रेस बतलाये उसका ओवेसी सोच के विघटनकारी तत्वों से क्या सम्बन्ध है ?कितना पैसा लिया है कंाग्रेस ने ओवेसी से ?याद रहे ओवेसी जिन लोगों को बरगला रहे हैं उनके वोट कांग्रेस को नहीं मिलेंगे। 
आतंकियों से कांग्रेस का क्या रिश्ता है ?
कांग्रेस प्रतिक्रिया देने से पहले तौलती है ऐसा कहा तो कहीं इसका असर वोटरों पर तो प्रतिकूल नहीं पड़ेगा । वैसा कहा तो  क्या होगा। इसी मतिभ्रम की   स्थिति में झूल रही है कंाग्रेस। 
सूत्र बतलाते हैं जब बाटला हाउस में एक आतंकी एंकाउण्टर  में मारा गया तो एंटोनियो मायनो तमाम रात नहीं सोईं ,रोती रहीं।

जब आतंकी होने के शक में औस्ट्रेलिया में एक मुसलमान डॉक्टर को धर लिया गया -मनमोहन तमाम रात करवट बदलते रहे। 

मनमोहन तो भारत की सम्पत्ति पर पहला हक़ मुसलमानों का बतलाते थे। बात साफ़ है :

देश दो टूक  दो परस्पर विरोधी धारों में बदलता दिख रहा है। राष्ट्रवादी भारतधर्मी समाज और भारतविरोधी विघटनकारी  भीड़।   

http://www.hindustantimes.com/india/mla-of-owaisi-s-party-aimim-suspended-from-maharashtra-assembly-for-not-saying-bharat-mata-ki-jai/story-X6kau2S1rJbaHbj5bOkX3N.html

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He says he will not say 'Bharat mata ki jai' because the Constitution does not ask him to do ...

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