हमें आज भी हमदर्दी है १३२ साला कांग्रेस से जो बहुत दम्भ से
कहती है कांग्रेस में विचारकों की कोई कमी नहीं है
लेकिन जब पाकिस्तानी प्रेम
से संसिक्त मणिशंकर अइयर जैसे लोग
एक तरफ पत्रकारों से बदसूलकी और
दूसरी तरफ हुर्रियत की तरफ इस निगाह से देखते मिलते हैं
:हुर्रियत
थूक दे तो चाटने का मौक़ा मिले -
तब कांग्रेस का कथित थिंक टेंक कहने लगता है
यह उनका निजी वक्तव्य है कांग्रेस का उससे कोई लेना देना
नहीं है।
कहती है कांग्रेस में विचारकों की कोई कमी नहीं है
लेकिन जब पाकिस्तानी प्रेम
से संसिक्त मणिशंकर अइयर जैसे लोग
एक तरफ पत्रकारों से बदसूलकी और
दूसरी तरफ हुर्रियत की तरफ इस निगाह से देखते मिलते हैं
:हुर्रियत
थूक दे तो चाटने का मौक़ा मिले -
तब कांग्रेस का कथित थिंक टेंक कहने लगता है
यह उनका निजी वक्तव्य है कांग्रेस का उससे कोई लेना देना
नहीं है।
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